नई-दिल्ली । केंद्र सरकार ने कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स घटा दिया है। टैक्स में भारी कटौती करते हुए इसे 03 हजार, 02 सौ 50 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। यह टैक्स पिछले पखवाड़े में 05 हजार, 02 सौ रुपये प्रति टन था।
सरकार की ओर से जारी अधिसूचना के मुताबिक, कर की नई दर 15 जून से प्रभावी हो गई है। डीजल, पेट्रोल और विमान ईंधन पर विंडफॉल टैक्स को शून्य बरकरार रखा गया है।
आपको बता दें, कि सरकार हर 15 दिन में विंडफॉल टैक्स की समीक्षा करती है। हाल के महीनों में कई बार कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स कम किया जा चुका है। एक जून को इसे 05 हजर, 07 सौ रुपये प्रति टन से घटाकर 05 हजार, 02 सौ रुपये प्रति टन किया गया था। कच्चे तेल पर विंडफॉल टैक्स कम करने का सीधा फायदा घरेलू स्तर पर पेट्रोलियम उत्पादक कंपनियों जैसे – ओएनजीसी (ONGC) और ऑयल इंडिया (OIL INDIA) को मिलता है।
कच्चे तेल की कीमत बढ़ने के कारण कंपनियों को हो रहे अप्रत्याशित लाभ पर विंडफॉल टैक्स लगाया जाता है। इसे जुलाई 2022 से शुरू किया गया था।
विंडफॉल टैक्स क्या है?
अप्रत्याशित कर (Windfall Tax) एक उच्च कर है जो सरकार द्वारा विशिष्ट उद्योगों पर लगाया जाता है जब उन्हें अप्रत्याशित और औसत से अधिक लाभ का अनुभव होता है। जैसा कि नाम से पता चलता है, “अप्रत्याशित लाभ” का तात्पर्य मुनाफे में आकस्मिक और अप्रत्याशित वृद्धि से है। दूसरी ओर, “कर” का तात्पर्य इस आकस्मिक आय वृद्धि पर लगाया गया अधिरोपण है।